Ram Mandir: साल 1990, देश से राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे थे। इसमें शामिल होने जिले से जो कारसेवकों का जत्था निकला, उसमें उदयपुर के पन्नालाल शर्मा भी शामिल थे।
Ram Mandir साल 1990, देश से राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे थे। इसमें शामिल होने जिले से जो कारसेवकों का जत्था निकला, उसमें उदयपुर के पन्नालाल शर्मा भी शामिल थे। चारों ओर ‘बच्चा-बच्चा राम का, जन्म भूमि के काम का’ और ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’ सरीखे नारों की गूंज सुनाई दे रही थी। शर्मा ने बताया कि अक्टूबर 1990 में उनके नेतृत्व में 250 कार सेवकों का जत्था उदयपुर से रवाना हुआ। रेलवे स्टेशन पर जत्थे को विहिप व संघ के प्रमुख महंत मुरलीमनोहर शास्त्री, भागीरथ जोशी, गुलाबचंद कटारिया, जोधसिंह चौहान, मदन धूपड़ आदि नेताओं ने रवाना किया। रास्ते में ट्रेन, बस, निजी साधन आदि की गहन जांच की जा रही थी। पुलिस लोगों से पूछताछ कर रही थी। उदयपुर से ट्रेन रवाना होकर मथुरा पहुंची। रामभक्त बताने पर अगले स्टेशन पर उतरने को कहा, लेकिन सभी दूसरी बोगी में बैठ गए। लेकिन पुलिस ने सभी को स्टेशन पर उतार दिया। पन्नालाल शर्मा ने बताया कि ये भगवान राम की ही कृपा है कि मैं ये दिन देखने के लिए जिंदा हूं। ये देश के सभी कारसेवकों की मेहनत का परिणाम है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा है।